उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शनिवार को विपक्ष पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सपा गुंडा, माफियाओं को पैदा करने की फैक्ट्री है। इनके मुखिया अखिलेश के तीन यार आजम, अतीक और मुख्तार हैं।
शनिवार को भाजपा मुख्यालय पर हुई प्रेस वार्ता में केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक के विरोधी हैं। इनका पीडीए परिवार डिवेलप्मेंट अथॉरिटी है। इंडी गठबंधन के सभी नेता एक दूसरे के परिवारों का ही हित साधने में बिजी हैं। इनकी सरकार में सर्वाधिक उत्पीड़न पिछड़ों, दलितों का ही हुआ है। इनकी यारी गुंडों और माफियाओं से ही है।
मौर्य ने कहा, अब यूपी में गुंडई के नाते पलायन की समस्या खत्म हो गई है। 2017 में राज्य में भाजपा के सत्ता में आने के बाद, “निर्दोष लोगों“ के बजाय “अपराधी और माफिया तत्व“ राज्य छोड़ रहे हैं। अब प्रदेश में दंगे नहीं उत्सव मनाये जाते हैं, लेकिन प्रदेश की जनता 2012-17 के बीच सपा की शागिर्दगी में हुए हज़ार दंगों को भूली नहीं है। वह इस चुनाव में सपा और उसके इंडी पार्टनर्स को एक बार फिर सबक सिखाएगी।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अमन चैन क़ायम है, मोदी जी के काम का जादू प्रदेश की जनता के बीच मज़बूती से क़ायम है। उन्हें देवतुल्य जनता का भरपूर आशीर्वाद प्राप्त है।
मौर्य ने कहा, इन्होंने कारसेवकों पर गोली चलवाई फिर भी राम मंदिर ट्रस्ट ने उन्हें राम लला के विग्रह की स्थापना कार्यक्रम में उन्हें निमंत्रित किया। उन्होंने न्योते का अनादर किया, सरकार ने विधायकों को रामलला के दर्शन के लिए ले चलने की व्यवस्था की थी। लेकिन जब दर्शन के लिए जाने की बात आई तो सपा प्रमुख का फ़ोन ही ऑफ हो गया। इन्होंने तो दर्शन की अभिलाषा रखने वाले विधायकों को भी फोन कर जाने से मना कर दिया।