मुजफ्फरनगर: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने
रविवार को वादा किया कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश
को एक अलग राज्य बनाने के लिए ठोस कदम उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पश्चिमी उत्तर
प्रदेश के लोग लंबे समय से अलग राज्य की मांग करते आ रहे हैं। अगर केंद्र में
हमारी सरकार आती है तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश को एक अलग राज्य बनाने के लिए ठोस कदम
उठाए जाएंगे।
भाजपा की सत्ता
में आने की संभावना कम
मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से बसपा उम्मीदवार दारा सिंह
प्रजापति के समर्थन में एक रैली को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि भाजपा के
तीसरी बार सत्ता में आने की संभावना बहुत कम है। अगर स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव
होते हैं और वोटिंग मशीनों के साथ छेड़छाड़ नहीं की जाती तो भाजपा सत्ता में नहीं
लौटेगी।
विपक्ष पर
मायावती ने जमकर हमला बोला
मायावती ने आरोप लगाया कि भाजपा का सबसे ज्यादा समय
अमीर कारोबारियों को और अमीर बनाने और उन्हें हर स्तर पर बचाने में बीता है। भाजपा
और दूसरी पार्टियां इन्हीं कारोबारों के सहारे अपना संगठन चलाती हैं और चुनाव
लड़ती हैं, जिसका खुलासा चुनावी बॉन्ड के आंकड़ों से हुआ है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने पिछड़े समुदाय के लोगों के लिए आरक्षित खाली सीटों पर लोगों
की भर्ती नहीं करने और पदोन्नति में आरक्षण को निरर्थक बनाने के लिए विपक्षी दलों
पर हमला बोला।
मुजफ्फरनगर से ये
चुनावी मैदान में
मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से बसपा
के प्रजापति का मुकाबला भाजपा के संजीव कुमार बालियान और सपा के हरेंद्र सिंह मलिक
से है। चुनाव कार्यक्रम के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की आठ संसदीय सीटों सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना (आरक्षित), मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत में 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के पहले चरण में मतदान होगा।
वोटों की गिनती चार जून को होगी। बसपा ने पिछला लोकसभा चुनाव (2019) सपा के साथ मिलकर लड़ा और राज्य की 80 सीटों में 10 सीटों पर जीत हासिल की थी। हालांकि, मायावती ने इस बार अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की है।