Lok Sabha elections 2024 phase 5th: देश इन दिनों लोकतंत्र का महापर्व मना रहा है, आज यानि 20 मई को पांचवे चरण के लिए मतदान हो रहा है. जिसमें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सहित कांग्रेस के दिग्गज नेता राहुल गांधी सहित चुनाव मैदान में है. इसी चरण में देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश की भी 14 सीटों पर मतदान है. आज सभी दिग्गज नेताओं की किस्मत ईवीएम में बंद हो जाएगी. हालांकि जिन सीटों पर चुनाव हो रहा है उनमें ज्यादातर सीटें पिछली बार बीजेपी के पास ही थी. इसलिए भारतीय जनतार पार्टी आश्वत है कि सभी 14 सीटों पर जीत दर्ज होगी...
इन सीटों पर डाला जा रहा वोट
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के 5वें चरण में यूपी की जिन 14 सीटों पर वोट डाला जा रहा है. उनमें मोहनलालगंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, जालौन, झांसी, हमीरपुर, बांदा, फतेहपुर, कौशाम्बी, बाराबंकी, फैजाबाद, कैसरगंज, गोंडा सीटों पर सुबह 7 बजे से ही वोटिंग चल रही है. चुनाव आयोग के मुताबिक इन सभी 14 लोकसभा सीटों पर कुल 144 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. वहीं लगभग दो करोड़ 68 लाख से अधिक मतदाता इन उम्मीदवारों की तकदीर का फैसला करेंगे. अब देखना ये है कि जनता किसे बहुमत देती है.
इन दिग्गजों की सांख दांव पर
यह चरण अपने आप में वीआईपी चरण माना जा रहा है. क्योंकि रक्षा मंत्री राजनाथ लखनऊ से चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी रायबरेली लोकसभा सीट से, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अमेठी सीट से, केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर मोहनलालगंज सीट से, केंद्रीय मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा जालौन सीट से, केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति फतेहपुर से और सांसद लल्लू सिंह फैजाबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. सभी ऐसे चेहरे हैं जिन्हें देश की जनता भली-भांती जानती है..
इन सीटों पर कांटे की टक्कर
आपको बता दें कि राजनाथ सिंह तो लखनऊ से चुनाव लड़ रहे हैं. यह बीजेपी की परमपरागत सीट है, लेकिन इसी चरण में कांग्रेस नेता राहुल गांधी रायबरेली से चुनाव मैदान में हैं. ये सीट इंदरागांधी के जमाने से कांग्रेस के पास है. कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा सोनिया गांधी यहां दो दशकों से सांसद है. राहुल गांधी के सामने बीजेपी ने दिनेश सिंह को मैदान में उतारा है. जिसके चलते मुकाबला काफी दिलचस्प होगा. इसके अलावा अमेठी की सीट भी लाइम लाइट में रहती है. क्योंकि पिछले लोकसभा चुनावों में केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी राहुल गांधी को यहां से शिकस्त दी थी.