माले:
मालदीव पुलिस ने देश की एक मंत्री को गिरफ्तार किया है. मंत्री पर आरोप है कि उन्होंने राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के ऊपर काला जादू किया है. पुलिस ने बुधवार को कहा कि पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन और ऊर्जा राज्य मंत्री फतिमाथ शमनाज अली सलीम को राजधानी माले से दो अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया है. तीनों को रविवार को गिरफ्तार किया गया था. मंत्री को एक सप्ताह के लिए हिरासत में रखा जाएगा, जब तक उनके खिलाफ जांच लंबित है. हालांकि, पुलिस ने गिरफ्तारी के कारण के बारे में कोई जानकारी साझा नहीं की है.
अपमान किया
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट की मानें तो खबरें हैं कि शमनाज को मुइज्जू पर काला जादू करने के आरोप में पकड़ा गया है. पुलिस ने ना तो इन आरोपों की पुष्टि की है और न ही उन्होंने इसका खंडन किया है. बता दें, मालदीव के संविधान में जादू-टोने कोई अपराध नहीं है पर इस्लामी कानून के मुताबिक टोने-टोटके के लिए छह माह की सजा हो सकती है.
भारत के साथ मालदीव का विवाद जानें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस साल लक्षद्वीप की यात्रा पर गए थे. इससे मालदीव खुश नहीं हुआ. मालदीव के मंत्री समेत कुछ मालदीवियों ने एक्स पर भारत विरोधी टिप्पणियां की. इससे विवाद खड़ा हो गया है. सोशल मीडिया पर मालदीव और उसके पर्यटन स्थलों के बहिष्कार का आह्वान किया गया. अभ्रद्र टिप्प्णी के कारण राष्ट्रपति मुइज्जू ने अपनी मंत्री को बर्खास्त कर दिया था. भारत से पंगा लेना मुइज्जू को काफी भारी पड़ी. मालदीव की अर्थव्यवस्था पर भारत से पंगा लेने का असर दिखने लगा.
पढ़ें मालदीव से जुड़ी अन्य खबर
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के तेवर अब ठीले पड़ने लगे हैं. इसी के साथ अब वह भारत से सुलह का रुख अपना रहे हैं. अब मुइज्जू कह रहे हैं कि भारत मालदीव का निकटतम सहयोगी है और हम उम्मीद करते हैं कि पड़ोसी देश हमें ऋण राहत प्रदान करेगा. बता दें कि साल 2023 के आखिर तक मालदीव पर भारत का करीब 400.9 मिलियन अमेरिकी डॉलर बकाया था. बावजूद इसके मुइज्जू ने जैसे ही राष्ट्रपति की कुर्सी संभाली सबसे पहले भारत के खिलाफ जहर उगलना शुरू किया.
राष्ट्रपति बनने के बाद भारत के खिलाफ उगला जहर
बता दें कि मोहम्मद मुइज्जू ने नवंबर 2023 में मालदीव के राष्ट्रपति पद की शपथ ली. इसके बाद उन्होंने भारत के खिलाफ जहर उगलना शुरू कर दिया. मुइज्झू हमेशा चीन समर्थक रहे हैं. इसीलिए राष्ट्रपति बनते ही उन्होंने सबसे पहले चीन की यात्रा की. उसके बाद उन्होंने भारत के खिलाफ कई बयान दिए. राष्ट्रपति बनने के कुछ ही घंटों के भीतर उन्होंने मांग की कि मालदीव से भारतीय सैन्य कर्मियों को 10 मई तक भारत वापस भेज दिया जाए.
मुइज्जू ने अब भारत को बताया मालदीव का सबसे करीबी सहयोगी
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू का रुख कुछ ही महीनों में बदल गया. अब उन्होंने भारत को मालदीव का सबसे करीबी सहयोगी बताया. उन्होंने कहा कि भारत मालदीव का सबसे करीबी सहयोगी बना रहेगा. मुइज्जू ने कहा कि मालदीव ने भारत से ऋण लिया है, जो द्वीप राष्ट्र की अर्थव्यवस्था द्वारा वहन किए जाने से अधिक है. उन्होंने आगे कहा कि वो ऋण चुकाने के विकल्प तलाश रहे हैं और इस बारे में लगातार भारत सरकार के साथ चर्चा कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत द्वारा इस मामले में सहयोग प्रदान किया जाएगा