इन मुद्दों पर होगी चर्चा
आज से शुरू होने वाले विश्व धरोहर समिति के 46वें सत्र में दुनियाभर के 150 से ज्यादा देशों के 2000 से अधिक प्रतिनिधि शामिल होंगे. ये सत्र 11 दिनों तक चलेगा. इस दौरान कई मुद्दों पर चर्चा होगी. जिसमें यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में नए स्थलों को नामांकित करने के प्रस्तावों के अलावा दुनियाभर में फैले 124 मौजूदा विश्व धरोहर संपत्तियों की संरक्षण रिपोर्ट की स्थिति, अंतरराष्ट्रीय सहायता और विश्व धरोहर निधि के उपयोग समेत कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा होना शामिल है.
भारतीय संस्कृति की लगाए जाएगी प्रदर्शनी
इस बैठक के दौरान विश्व धरोहर युवा पेशेवरों का मंच और विश्व धरोहर स्थल प्रबंधकों के मंच का भी आयोजन किया जाएगा. इसके साथ ही भारत मंडपम में भारतीय संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए विभिन्न प्रदर्शनियां का भी आयोजन होगा. जिसमें रिटर्न ऑफ ट्रेजर्स प्रदर्शनी भी शामिल है. जिसमें दुनियाभर के देशों से भारत वापस लाई गईं कलाकृतियों को दिखाया जाएगा. बता दें कि अब तक दुनियाभर के देशों के 350 से ज्यादा कलाकृतियां भारत वापस लाई जा चुकी हैं.
बैठक के दौरान भारत के तीन विश्व धरोहर स्थलों- पाटन, रानी की वाव- गुजरात, कैलासा मंदिर, एलोरा गुफाएं- महाराष्ट्र, होयसला मंदिर और हलेबिड- कर्नाटक के लिए नए एआर और वीआर तकनीकों का इस्तेमाल कर एक भावपूर्ण अनुभव प्रदान किया जाएगा. इसके साथ ही भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के साथ सदियों पुरानी सभ्यता, भौगोलिक विविधता, पर्यटन स्थल, सूचना प्रौद्योगिकी और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में आधुनिक विकास को रेखांकित करने के लिए अतुल्य भारत नाम से एक प्रदर्शनी लगाए जाएगी.