प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ऐतिहासिक यूक्रेन यात्रा के बाद एक वीडियो शेयर किया. साथ ही उन्होंने अपने पोस्ट में दौरे को खास बताते हुए यूक्रेन को एक महत्वपूर्ण दोस्त भी कहा. बता दें कि इस यात्रा में पीएम मोदी ने राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ सार्थक बातचीत की और रूस के साथ जारी युद्ध को खत्म करने में व्यक्तिगत रूप से योगदान देने का आश्वासन दिया.
वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा कि यूक्रेन की मेरी यात्रा ऐतिहासिक रही. मैं भारत-यूक्रेन मित्रता को और गहरा करने के उद्देश्य से इस महान देश में आया. राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ मेरी सार्थक बातचीत हुई. भारत का दृढ़ विश्वास है कि शांति हमेशा बनी रहनी चाहिए. मैं यूक्रेन की सरकार और लोगों को उनके आतिथ्य के लिए धन्यवाद देता हूं.
यूक्रेन-रूस संघर्ष का समाधान
इससे पहले पीएम मोदी ने यहां राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ चर्चा की और यूक्रेन-रूस के बीच जारी संघर्ष का समाधान निकालने के लिए एक-दूसरे से बातचीत की जरूरत पर बल दिया. उन्होंने कहा कि भारत, शांति के हर प्रयास में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार है.
स्पेशल ट्रेन से कीव पहुंचे पीएम मोदी
बता दें कि रूस ने 24 फरवरी, 2022 को यूक्रेन पर हमला किया था. तब से लेकर अभी तक दोनों देशों के बीच युद्ध जारी है. वहीं भारत और रूस के बीच लंबे समय से मित्र देश रहे हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी की यूक्रेन यात्रा के अलग-अलग मायने तलाशे जा रहे हैं. पीएम मोदी शुक्रवार सुबह एक विशेष ट्रेन से कीव पहुंचे थे.
कीव यात्रा के मायने
प्रधानमंत्री की कीव यात्रा को कई हलकों में कूटनीतिक संतुलन के तौर पर देखा जा रहा है, क्योंकि उनकी रूस यात्रा से पश्चिमी देशों में नाराजगी पैदा हो गई थी. कीव की यात्रा से लगभग छह हफ्ते पहले पीएम मोदी ने रूस की यात्रा की थी, जिसमें उन्होंने राष्ट्रपति पुतिन के साथ युद्धविराम के मुद्दे पर गहन विचार-विमर्श किया था.
शांति बहाल कराने का कोशिश
कीव यात्रा से पहले मोदी ने जून में इटली के अपुलिया में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान जेलेंस्की से बातचीत की थी. इस दौरान मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति से कहा था कि भारत यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के पक्ष में वह सभी संभव प्रयास करेगा, जो वह कर सकता है. उन्होंने कहा था कि बातचीत और कूटनीति से ही शांति बहाल की जा सकती है.